साइबर ठगी ने DPRO बन शिक्षिका से ठग 33 हजार रुपये
जमशेदपुर के गम्हरिया में साइबर ठग द्वारा सरायकेला के जिला पंचायत राज पदाधिकारी बनकर एक शिक्षिका के खाते से 33 हजार 500 रुपये उड़ा लिये गये।
वहीं, दूसरी शिक्षिका साइबर अपराधियों के झांसे में आने से बच गई। यह घटना गम्हरिया प्रखंड के पूर्व बीएलओ शिक्षिका सुनिला वायलेट बेक के साथ घटित हुई।
शनिवार को रोते बिलखते अंचल कार्यालय पहुंची शिक्षिका ने सीओ मनोज कुमार को आपबीती सुनाते हुए कार्रवाई की मांग की।
कैसे हुई ठगी का शिकार
शिक्षिका ने बताया कि गुरुवार को मोबाइल पर फोन आया। उसने खुद को डीपीआरओ बताया और चुनाव का काम ढंग से नहीं करने का आरोप लगाते हुए डांट-फटकार करते हुए एनीडेस्क नामक एप लोड करने को कहा।
शिक्षिका ने डर से एप लोड कर लिया। उसके बाद उसके एसबीआई के खाते से 3500 रुपये पहले निकाल लिये।इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया के खाते से 30 हजार की निकासी कर ली।
बैंक ने दी जानकारी
इस बीच एसबीआई से 40 हजार की निकासी की प्रक्रिया के क्रम में बैंक के अधिकारी को संदेह हुआ और शिक्षिका को जानकारी दी।
शिक्षिका द्वारा उसे रोकने की अपील की गई। इससे उक्त राशि साइबर अपराधी के खाते में जाने से बच गया। इसी प्रकार एक अन्य शिक्षिका अनिता टोपनो को भी झांसे में लेने का प्रयास किया, किंतु उसने एप लोड नहीं किया, जिससे वह साइबर अपराधी की ठगी से बच गई।