विधायकों के साथ सांसदों का भी होगा इम्तिहान
रांची। झारखंड में इस बार लोकसभा का चुनाव पिछले चुनावों से कई मायने में अलग है। यह पहली बार है, जब राज्य की 14 लोकसभा सीटों पर 19 निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की किस्मत दांव पर लगी है। इनमें नौ सांसद, एक राज्यसभा सदस्य और नौ विधायक शामिल हैं। नौ सांसदों में दो केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी सम्मिलित हैं।
मौजूदा सांसदों में निशिकांत दुबे गोड्डा सीट से चौथी बार संसद पहुंचने की लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं, पलामू से बीडी राम, जमशेदपुर से विद्युत वरण महतो और राजमहल से विजय हांसदा के सामने हैट्रिक लगाने का मौका है।
नौ विधायकों को बड़ी पार्टियों ने चुनावी मैदान में उतारा
इसी तरह कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी, खूंटी से अर्जुन मुंडा, गिरिडीह से चंद्रप्रकाश चौधरी और सिंहभूम से गीता कोड़ा लगातार दूसरी बार संसद पहुंचने के लिए मैदान में हैं। राज्यसभा सदस्य समीर उरांव इस बार लोहरदगा से लोकसभा पहुंचने की दावेदारी कर रहे हैं। दूसरी ओर, राज्य के नौ विधायकों को बड़ी पार्टियों ने इस बार लोकसभा चुनाव में उतारा है।
इनमें हजारीबाग सीट पर भाजपा के मनीष जायसवाल और कांग्रेस के जयप्रकाश भाई पटेल, गोड्डा सीट पर कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह, धनबाद में भाजपा के ढुल्लू महतो, सिंहभूम में झामुमो की जोबा मांझी, गिरिडीह में झामुमो के मथुरा महतो, कोडरमा में भाकपा माले के विनोद सिंह और दुमका में भाजपा की सीता सोरेन तथा झामुमो के नलिन सोरेन शामिल हैं।
लोबिन हेंब्रम का राजमहल सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान
इनके अलावा झामुमो के एक अन्य विधायक लोबिन हेंब्रम राजमहल सीट से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं। झामुमो के विधायक चमरा लिंडा के भी लोहरदगा सीट से चुनाव लड़ने की सुगुबुगाहट है।
अगर ये दोनों विधायक चुनाव लड़े तो यह आंकड़ा और बढ़ेगा। अभी रांची व जमशेदपुर में आइएनडीआइए ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। इन सीटों पर भी किसी विधायक को मौका मिलता है तब चुनाव लड़ने वाले विधायकों की संख्या बढ़ेगी।