रिश्वत लेने के आरोप में ASI गिरफ्तार, अपने ही थाने में बंद
Bihar News: सारण के मांझी थाने में पदस्थापित एएसआइ पप्पू कुमार सिंह को रिश्वत लेने के आरोप में हिरासत में लेकर रविवार की रात उन्हीं के थाने की हाजत में बंद कर दिया गया। जबकि दूसरा आरोपित प्रशिक्षु दारोगा ओमप्रकाश साह चप्पल छोड़कर नंगे पांव थाने से भाग निकला।
यह कार्रवाई सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष के निर्देश पर की गई है। इस संबंध में एसपी डा. कुमार आशीष ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
एक पुलिस पदाधिकारी को हिरासत में लिया गया है, जबकि दूसरा फरार है। एसडीपीओ को जांच का निर्देश दिया है, रिपोर्ट के बाद विभागीय कार्रवाई शुरू होगी।
बताया गया कि मांझी थाना पुलिस क्षेत्र के मरहा गांव में शराब मामले को लेकर छापामारी करने गई थी। वहां मांझी थाने में पदस्थापित एएसआइ व प्रशिक्षु दारोगा ने कोपा के तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई कर दी और उनसे 21 हजार रुपये वसूल लिए।
मामले की शिकायत एसपी तक पहुंची तो उन्होंने एसडीपीओ को आरोपित पप्पू कुमार सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ करने का आदेश दिया।
अपने सहकर्मी को हिरासत में लिए जाने की खबर सुनते ही मांझी थाने में पदस्थापित प्रशिक्षु दारोगा ओम प्रकाश साह थाना परिसर से नंगे पांव दौड़ते हुए भाग निकला।
पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया, परंतु वह भागने में सफल रहा। उस समय थाना परिसर में मामले की जांच के लिए एसडीपीओ एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
जहरीली शराब कांड में थाना अध्यक्ष समेत चार निलंबित
जहरीली शराब कांड के बाद एसपी डॉ. कुमार आशीष ने लापरवाह पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में उन्होंने रविवार को जनता बाजार थाना अध्यक्ष निर्मला सुमन और मशरक के अपर थाना अध्यक्ष सुनील प्रसाद को निलंबित कर दिया।
इनके साथ महल चौकीदार चंद्रिका मांझी व उपेंद्र राय को भी निलंबित किया गया है। इससे पहले मशरक के थाना अध्यक्ष निलंबित किए गए थे।
इस संबंध में एसपी ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक सह विशेष अनुसंधान दल के नेतृत्वकर्ता के प्रतिवेदन के आलोक में क्षेत्र निगरानी, सूचना संकलन एवं मद्य निषेध अधिनियम के काम में असफलता और दायित्व के प्रति लापरवाही के आरोप में सभी को निलंबित किया गया है।
इनके अलावा एक अन्य मामले में आरपीएफ छपरा जंक्शन के प्रभारी को भी निलंबित किया गया है। उल्लेखनीय है कि जहरीली शराब कांड का मुख्य सरगना मंटू सिंह मशरक का रहने वाला है।
उसका साथी दीपक चौधरी जनता बाजार थाना क्षेत्र का है। ये लोग लगातार यूपी से स्प्रिट लाकर शराब निर्माण कर रहे थे, परंतु स्थानीय पुलिस ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की।