जदयू नेता ने सीएम नीतीश को पुराने ख्यालों वाला नेता बताया
पटना । जदयू नेता मनीष वर्मा ने एक इंटरव्यू में सीएम नीतीश कुमार को पुराने ख्यालों वाला नेता बताया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को सोशल मीडिया के जमाने में भी अपने काम का प्रचार करना चाहिए। वर्मा ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे नीतीश कुमार के खिलाफ झूठी बातें फैला रहे हैं। बिहार की राजनीति में इन दिनों चर्चा गर्म है कि पूर्व आईएस अधिकारी मनीष वर्मा, नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी बनेंगे?
जब मनीष वर्मा से पूछा गया कि क्या सोशल मीडिया के दौर में नीतीश कुमार तेजस्वी यादव और चिराग पासवान से पिछड़ रहे हैं तो वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार का काम ही उनकी पहचान है। उन्होंने 2005 से पहले के बिहार की तुलना आज के बिहार से की और कहा कि नीतीश के काम के कारण ही उन्हें जनता का समर्थन मिला है।
हालांकि वर्मा ने यह भी स्वीकार किया कि आज के समय में काम करना ही काफी नहीं है बल्कि उसका प्रचार भी जरूरी है। पहले सोशल मीडिया इतना पावरफुल नहीं था। पहले न्यूज़पेपर चलता था। न्यूज पेपर तक सबकी पहुंच लिमिटेड थी। सीएम साहब ओल्ड स्कूल के हैं। वो हमेशा कहते हैं कि हम लोग काम करते रहेंगे तो लोग अपने आप जानेंगे। सोशल मीडिया पर कई बार उन्होंने क्रिटिसाइज भी किया है कि आप खाली मोबाइल ही देखते रहते हैं।
वर्मा ने कहा नीतीश कुमार हमेशा कहते हैं कि भाई हम काम करने के लिए हैं बिहार की जनता के प्रति कमिटेड हैं। हम तो काम करेंगे। हम खाली मीडिया मैनेजमेंट नहीं करेंगे। हम खाली सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करते रहेंगे। जेडीयू महासचिव वर्मा ने यह भी माना कि समय के साथ नीतीश कुमार की सोशल मीडिया को लेकर सोच बदली है। लेकिन आज की स्थिति में यह भी आवश्यक है कि आप काम भी कीजिए और इसको पोस्ट भी करिए। ये बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समझ में आ गई कि प्रचार जरूरी है। आप काम कीजिए और इसका प्रचार भी कीजिए ये आवश्यक है। अब मुख्यमंत्री जी के भी पोस्ट व ट्वीट आते रहते हैं। जब भी कोई घटना होती है तो सोशल मीडिया को यूज करते ही है।
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए वर्मा ने कहा कि राजद नेता नीतीश कुमार के खिलाफ झूठी बातें फैलाकर उनके खिलाफ धारणा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन नीतीश के खिलाफ झूठी बातों पर परसेप्शन बनाने की कोशिश कौन कर रहे लोग कौन हैं? ये विरोधी हैं। लोग कोई परसेप्शन नहीं बनाते हैं। विरोधी करते रहते हैं। आरजेडी के नेता ही इस तरह का परसेप्शन बनाते हैं। आरजेडी नेता अब कह रहे हैं ब्रिज का सारा पैसा खा गए। इसलिए ब्रिज गिर गया। अरे भाई आप भी डिप्टी सीएम थे 17 महीने। नीतीश कुमार के साथ आप शासन में थे। आप तो उस विभाग के मंत्री थे। आपने तो कोई नीति नहीं बनाई। हम लोगों ने तो पहले से ही ब्रिज का मेंटेनेंस पॉलिसी बनायी। रोड कंस्ट्रक्शन में और उसके बाद फिर इसको और लागू कर रहे हैं। मनीष वर्मा ने आगे कहा कि इस बार ग्रामीण पथ विभाग में मेंटेनेंस पॉलिसी ला रहे हैं आप जब सरकार में थे तब तो आपने कुछ नहीं किया। जब आप सरकार से बाहर हैं तो एक फोटो दिखा कर कह रहे हैं कि सब खा गये। हम कहते हैं कि भाई जब आपकी व आपके माता-पिता की सरकार थी तब कितने ब्रिज बने थे कुछ ब्रिज बने भी थे कुछ सड़कें बनी थीं जो गिर गयी हैं। जब कुछ बना ही नहीं, जब पूरा खंडहर ही रहे तो क्या गिरेगा। मनीष वर्मा के इस बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। उनके इस बयान को नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवाल उठाने के तौर पर भी देखा जा रहा है।