एनआईए ने बिहार के गैंगस्टर अमन साहू के गुर्गे को किया गिरफ्तार
लातेहार के बालूमाथ स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी मामले में टेरर फंडिंग के तहत जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को बिहार के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
यह छापेमारी भागलपुर, पूर्णिया व मधेपुरा के एक-एक ठिकानों पर हुई है। इस छापेमारी में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का गुर्गा शंकर यादव भागलपुर से गिरफ्तार किया गया है।
उसके ठिकाने से एनआईए ने एक करोड़ 30 लाख रुपये भी बरामद किया है, जो अमन साहू के लेवी-रंगदारी से वसूली के रुपये बताए जा रहे हैं। अमन साहू पूर्व में ही गिरफ्तार होकर जेल में बंद है।
एनआईए को छापेमारी में पांच मोबाइल फोन, एक हार्ड डिस्क, एक मैगजीन के साथ एक राइफल (30-06 बोर), एक पिस्तौल (7.65 मिमी), दो मैगजीन और विभिन्न कैलिबर के 63 कारतूस मिले हैं। कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं।
दिसंबर 2020 के इस केस को एनआईए ने मार्च 2021 में अपने हाथ में लिया था। इस केस में एनआइए ने अब तक कुल 24 आरोपितों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर दिया है।
1.30 करोड़ रुपये बरामद
लातेहार के बालूमाथ स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी मामले में एनआइए ने की है कार्रवाई
भागलपुर, पूर्णिया व मधेपुरा के एक-एक ठिकाने पर हुई है छापेमारी, भागलपुर से गिरफ्तार
अमन के रुपयों को रियल इस्टेट में लगाता था शंकर
एनआईए ने छानबीन में पाया है कि भागलपुर का शंकर यादव अपराधी अमन साहू का खास गुर्गा है। वह अमन साहू के लेवी-रंगदारी के रुपयों को रियल इस्टेट के व्यवसाय में निवेश करता था। उसकी गिरफ्तारी के साथ-साथ उसके पास से बरामद 1.30 करोड़ रुपये भी बरामद किए गए हैं।
क्या है मामला
लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र में सीसीएल के तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी व गोलीबारी की घटना 18 दिसंबर 2020 को हुई थी, तब अपराधियों ने चार ट्रक व एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया था।
इस घटना में चार आम नागरिक जख्मी हुए थे। इस घटना में शामिल अपराधी सुजीत सिन्हा व अमन साहू गिरोह के थे।
तेतरियाखाड़ की इस घटना में दर्ज केस को टेकओवर करते हुए एनआईए ने अपने यहां चार मार्च 2021 को केस दर्ज किया था।
आपराधिक गिरोह के दोनों सरगना पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं। एनआइए ने पूर्व में दाखिल चार्जशीट में यह खुलासा किया था कि तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी व आगजनी की घटना लेवी के लिए दहशत फैलाने के उद्देश्य से अपराधियों ने की थी। इस घटना में एनआईए ने झारखंड-बिहार के अपराधियों पर चार्जशीट दाखिल की थी। अनुसंधान जारी है।