बिहार में मौसम का मिजाज बदलने की संभावना: बारिश का अलर्ट जारी
सावन महीना में भी बिहार का मौसम पूरी तरह कमजोर दिख रहा है। सामान्य से कम बारिश होने के कारण पूरे बिहार गर्मी और उमस की चपेट में है। गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। आम नागरिक ही नहीं पशु-पक्षी, पेड़-पौधे ,नदी नाले सूखने के कगार पर हैं। ऐसी स्थिति में अगर बिहार की खेती कमजोर पड़ती है और बिहार सुखार की ओर अग्रसर होता है तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। हालांकि मौसम विभाग ने बिहार के सभी जिलों में एक दो स्थानों पर बारिश के आसार जताए हैं। झमाझम बारिश के लिए लोगों को और इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने पश्चिम और पूर्व चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार के कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है।
इन जिलों में एक या दो स्थानों पर बारिश
वहीं सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, जमुई, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय और जहानाबाद में एक या दो स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है।
सबसे अधिक किशनगंज में बारिश
मानसून की बारिश की बात करें तो एक जून से 28 जुलाई तक बिहार में सामान्य से 33 प्रतिशत वर्षा कम रिकॉर्ड किए गए हैं। अगर एक जिला किशनगंज को छोड़ दिया जाए तो अन्य जिलों की स्थिति काफी चौंकाने वाले हैं। किशनगंज में इस वर्ष 22% अधिक वर्षा दर्ज किए गए हैं, जबकि अन्य जिलों में वर्षा की स्थिति सामान्य से भी कम दर्ज की गई है।
जानिए इन जिलों के तापमान का हाल
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के जिलों में अधिकतम तापमान इस प्रकार दर्ज किए गए। पटना 35.6, गया 33.7, भागलपुर 35.4, पूर्णिया 36.4, बाल्मीकि नगर 38.0, मुजफ्फरपुर 34.2, छपरा 35.8, सुपौल 35.2, फारबिसगंज 35.2, डेहरी 34.6, मधुबनी 36.7, मोतिहारी 36.0 ,शेखपुरा 36.0, जमुई 36.8 ,बक्सर 35.3 ,वैशाली 35.9,बांका 35.1, नवादा 35.2, राजगीर 36.2, अररिया 35.2, जीरादेई 38.0,पूसा 34.5 और किशनगंज 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए।
सावन महीना में भी बिहार का मौसम पूरी तरह कमजोर दिख रहा है। सामान्य से कम बारिश होने के कारण पूरे बिहार गर्मी और उमस की चपेट में है। गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। आम नागरिक ही नहीं पशु-पक्षी, पेड़-पौधे ,नदी नाले सूखने के कगार पर हैं। ऐसी स्थिति में अगर बिहार की खेती कमजोर पड़ती है और बिहार सुखार की ओर अग्रसर होता है तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। हालांकि मौसम विभाग ने बिहार के सभी जिलों में एक दो स्थानों पर बारिश के आसार जताए हैं। झमाझम बारिश के लिए लोगों को और इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने पश्चिम और पूर्व चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार के कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है।
इन जिलों में एक या दो स्थानों पर बारिश
वहीं सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, जमुई, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय और जहानाबाद में एक या दो स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है।
सबसे अधिक किशनगंज में बारिश
मानसून की बारिश की बात करें तो एक जून से 28 जुलाई तक बिहार में सामान्य से 33 प्रतिशत वर्षा कम रिकॉर्ड किए गए हैं। अगर एक जिला किशनगंज को छोड़ दिया जाए तो अन्य जिलों की स्थिति काफी चौंकाने वाले हैं। किशनगंज में इस वर्ष 22% अधिक वर्षा दर्ज किए गए हैं, जबकि अन्य जिलों में वर्षा की स्थिति सामान्य से भी कम दर्ज की गई है।
जानिए इन जिलों के तापमान का हाल
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के जिलों में अधिकतम तापमान इस प्रकार दर्ज किए गए। पटना 35.6, गया 33.7, भागलपुर 35.4, पूर्णिया 36.4, बाल्मीकि नगर 38.0, मुजफ्फरपुर 34.2, छपरा 35.8, सुपौल 35.2, फारबिसगंज 35.2, डेहरी 34.6, मधुबनी 36.7, मोतिहारी 36.0 ,शेखपुरा 36.0, जमुई 36.8 ,बक्सर 35.3 ,वैशाली 35.9,बांका 35.1, नवादा 35.2, राजगीर 36.2, अररिया 35.2, जीरादेई 38.0,पूसा 34.5 और किशनगंज 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए।