राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पहुंचीं बीसीसी, स्मार्ट सिटी कान्क्लेव में होंगी शामिल
इंदौर । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इंदौर पहुंच चुकी हैं। इंदौर हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। यहां से वह सीधे ब्रिलियंट कन्वेंशनल सेंटर (बीसीसी) में चल रहे दो दिवसीय स्मार्ट सिटी कान्क्लेव में शामिल होने के लिए पहुंची। उनके साथ मंत्री तुलसीराम सिलावट, उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी भी पहुंचे। वे इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड प्रतियोगिता-2022 के विजेताओं को सम्मानित करेंगी। प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों में 61 पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इंदौर चार श्रेणियों में पहले पुरस्कार सहित सात पुरस्कारों से सम्मानित होगा। इन पुरस्कारों को महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर स्मार्ट सिटी सीइओ दिव्यांक सिंह प्राप्त करेंगे। बरेली के महापौर उमेश गौतम, शाहजहांपुर की महापौर अर्चना सिंह भी कार्यक्रम में उपस्थिति। तमिलनाडु के त्रिचिनापल्ली के मेयर थिरू एन अनबालगन, तंजौर के महापौर रामानाथन, तिरपू के मेयर दिनेश कुमार, थोथूकुदी के मेयर जगन एस भी मौजूद हैं। सतना के महापौर योगेश ताम्रकर, रतलाम के महापौर प्रहलाद पटेल, उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल भी कार्यक्रम में मौजूद हैं। कर्नाटक राज्य के गदग शहर की 25 वर्षीय मेयर उषा दासर बोली इंदौर बहुत साफ़ हैं। ये सबसे युवा मेयर हैं।
केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री ने किया शुभारंभ
आयोजन का केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री कौशल किशोर ने मंगलवार को शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत अच्छा काम किया है। चुनौतियों को स्वीकारते हुए एक शहर कैसे आगे बढ़ता है, इंदौर इसका अच्छा उदाहरण है।
शहरों में किए गए नवाचारों की प्रदर्शनी
कान्क्लेव में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित स्मार्ट सिटी द्वारा अपने शहरों में किए गए नवाचारों को प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है। इंदौर स्मार्ट सिटी ने भी अपने काम को आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया है।
दो हजार से ज्यादा अतिथि
कान्क्लेव में दो हजार से ज्यादा अतिथि शामिल हो रहे हैं। इनमें देश के 50 शहरों के महापौर, 64 स्मार्ट सिटी सीइओ शामिल हैं। देशभर से नगरीय निकायों के पदाधिकारी भी इसमें शामिल हो रहे हैं।
सुबह 11 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंच जाएंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति बुधवार सुबह 10.25 बजे इंदौर एयरपोर्ट पर उतरेंगी। वे सुबह 11 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंच जाएंगी। करीब 20 मिनट आयोजन स्थल पर देशभर से चिह्नित स्मार्ट सिटी शहरों के प्रजेंटेशन का अवलोकन करेंगी। इसके बाद वे पुरस्कार समारोह में शामिल होंगी और विभिन्न श्रेणियों में 61 पुरस्कारों से अलग-अलग स्मार्ट सिटी को सम्मानित करेंगी।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी रहेंगे मौजूद
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीपसिंह पुरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार एवं रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर और प्रदेश के शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह शामिल होंगे। स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल देश के 100 स्मार्ट शहरों के महापौर, निगमायुक्त, स्मार्ट सिटी सीईओ और अन्य अधिकारी शामिल होंगे।
ये होंगे सम्मानित
निर्मित पर्यावरण - कोयंबटूर (प्रथम), इंदौर (द्वितीय), न्यूटाउन कोलकाता (तृतीय), कानपुर (तृतीय)
संस्कृति - अहमदाबाद (प्रथम), भोपाल (द्वितीय), थंजूर (तृतीय)
अर्थव्यवस्था - जबलपुर (प्रथम), इंदौर (द्वितीय), लखनऊ (तृतीय)
शासन - चंडीगढ़ (प्रथम), पिंपरी चिंचवड़ (द्वितीय), जबलपुर (तृतीय), उदयपुर (तृतीय)
आइसीसीसी व्यापार माडल - अहमदाबाद (प्रथम), सूरत (द्वितीय), आगरा (तृतीय), ग्वालियर (तृतीय)
गतिशीलता - चंडीगढ़ (प्रथम), न्यू टाउन कोलकाता (द्वितीय), सागर (तृतीय)
स्वच्छता - इंदौर (प्रथम), काकीनाड़ा (द्वितीय), अहमदाबाद (तृतीय), चंडीगढ़ (तृतीय)
सामाजिक पहलू - वडोदरा (प्रथम), आगरा (द्वितीय), रायपुर (तृतीय), थूथकुड़ी (तृतीय)
शहरी पर्यावरण - इंदौर (प्रथम), शिवमूग्गा (द्वितीय), जम्मू (तृतीय)
जल - इंदौर (प्रथम), आगरा (द्वितीय), राजकोट (तृतीय)
अभिनव आइडिया - हुबली (प्रथम), सूरत (द्वितीय), रायपुर (तृतीय)
कोविड अभिनव पुरस्कार - सूरत (प्रथम), इंदौर (द्वितीय), आगरा (तृतीय)
सिटी अवार्ड (पश्चिम) - अहमदाबाद, सोलापुर
सिटी अवार्ड (दक्षिण) - बेलागवी, कोयंबटूर,
सिटी अवार्ड (पूर्व) - भुवनेश्वर, कोहिमा, रांची
सिटी अवार्ड (उत्तर) - निमची, उदयपुर, वाराणसी
सिटी अवार्ड - इंदौर (प्रथम), सूरत (द्वितीय), आगरा (तृतीय)
केंद्र शासित पुरस्कार - चंडीगढ़
राज्य पुरस्कार - मप्र (प्रथम), तमिलनाडू (द्वितीय), राजस्थान (तृतीय), उत्तर प्रदेश (तृतीय)
कुछ प्रमुख नवाचार...
एक जगह बैठकर कर सकेंगे वाराणसी के चप्पे-चप्पे की यात्रा
वाराणसी स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि हमने मिशन के तहत कई नवाचार किए, इनमें शहर को गंदगी मुक्त बनाने के लिए एसटीपी स्थापित करना भी शामिल है। हमने वर्चुअल अनुभव की व्यवस्था की है। इसमें व्यक्ति एक जगह बैठकर ही वाराणसी के धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकता है। भविष्य में ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है कि वर्चुअल अनुभव करने वाला व्यक्ति धार्मिक स्थलों में हो रही आरतियों का सीधा प्रसारण देख सकेगा।
प्रयागराज में सैकड़ों वर्ष पुराने दस्तावेजों को संरक्षित करने का प्रयास
प्रयागराज लाइब्रेरी के अनिल वर्मा ने बताया कि हम कान्क्लेव में सैकड़ों वर्ष पुराने दस्तावेजों को संरक्षित करने वाला नवाचार लेकर आए हैं। इसमें देश में सैकड़ों वर्ष पुरानी पांडुलिपियां उपलब्ध हैं। ये जितनी महत्वपूर्ण हैं, उतनी ही संरक्षित करना मुश्किल हैं। हमने इस नवाचार में इन पांडुलिपियों को सहेजने का प्रयास किया है। वर्मा ने अरुणाचल प्रदेश की खम्मी लिपि में लिखी पांडुलिपियों को संरक्षित करने का प्रत्यक्ष काम भी दिखाया। उन्होंने बताया कि ये पांडुलिपियां करीब 250 वर्ष पुरानी हैं और इस प्रकिया से गुजरने के बाद अब इसे अगले दो सौ वर्षों तक संरक्षित रखा जा सकेगा।
चंडीगढ़ में साढ़े पांच हजार साइकिलों ने आसान किया सफर
चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने चंडीगढ़ में स्मार्ट बाइक सेवा शुरू की है। इसके तहत शहर में करीब साढ़े पांच हजार साइकिलें उपलब्ध करवाई गई हैं। इनमें इलेक्ट्रिक साइकिलें भी शामिल हैं। स्मार्ट सिटी एप्लीकेशन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति इन साइकिलों को किराए पर ले सकता है। साइकिलों के लिए उन्हें आधे घंटे के लिए मात्र 10 रुपये चुकाने होते हैं। इस सुविधा के शुरू होने से पर्यावरण सुधारने में मदद मिल रही है। साइकिल किराए पर लेने के लिए जरूरी है कि आनलाइन खाते में कम से कम 50 रुपये होने चाहिए।
बरेली में लागू करेंगे डोर-टू -डोर कचरा उठाने वाले वाहनों की निगरानी का सिस्टम
स्मार्ट सिटी बरेली की सीईओ निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि कान्क्लेव में अन्य स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे नवाचार व बेस्ट प्रैक्टिस के बारे में जानकारी मिल रही है। इंदौर में इंटिग्रेटेड कमांड सेंटर से डोर टू डोर कचरा वाहनों की आवाजाही की निगरानी का प्रोजेक्ट काफी अच्छा लगा। इसे हम बरेली में भी लागू करेंगे। बरेली में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चल रहे हैं। वहां की सड़कों पर वाहनों का बहुत दबाव होता है। हम वहां चौराहों पर इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू कर यातायात प्रबंधन बेहतर बनाएंगे।