नई दिल्ली। वाल्मीकि जयंती पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की। राहुल के इस कदम के बाद बीजेपी ने उन पर हमला बोला। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी की बाल्मीकि मंदिर यात्रा को ढोंग बताते हुए कांग्रेस पर आरक्षण विरोधी होने का गंभीर आरोप लगाया।


अमित मालवीय ने अपने एक्स पर पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी वाल्मीकि मंदिर जाकर ढोंग कर रहे हैं। कांग्रेस का आरक्षण विरोधी इतिहास है और राहुल गांधी ने खुद अमेरिका यात्रा के दौरान कहा था कि वह आरक्षण हटा देंगे। यह वही धुन है जो गांधी परिवार ने नेहरू के समय से गाई जा रही है। उन्होंने कहा कि उस समय की नेहरू सरकार ने 1956 में काका कालेलकर रिपोर्ट को खारिज कर दिया था, जिसने पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की सिफारिश की गई थी। इसके अलावा नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर आरक्षण का विरोध किया, यह तर्क देते हुए कि इससे अक्षमता और दोयम दर्जे का मानक पैदा होता है।


उन्होंने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने में देरी की और राजीव गांधी ने भी 1990 में ओबीसी आरक्षण का विरोध किया। उन्होंने कांग्रेस पर मुस्लिम आरक्षण के नाम पर ओबीसी समुदाय के अधिकारों को कम करने का भी आरोप लगाया। बीजेपी नेता ने अपने बयान में कांग्रेस के आरक्षण विरोधी रुख को बार-बार उजागर किया और यह दावा करते हुए कि नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक, कांग्रेस हमेशा से ही सामाजिक न्याय और आरक्षण के खिलाफ रही है।