बिना शर्त कांग्रेस में शामिल हुए रामटहल चौधरी
रांची से भाजपा के पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने गुरुवार को आखिरकार कांग्रेस मुख्यालय में जाकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। चौधरी बुधवार को भी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे, लेकिन उन्हें एक दिन इंतजार करने के लिए कहा गया था।
बिना शर्त के पार्टी में शामिल हुए चौधरी
सूत्रों के अनुसार पार्टी ने टिकट देने की शर्त को नामंजूर करते हुए उन्हें पार्टी में शामिल कराया है। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि चौधरी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
चौधरी दो बार स्थानीय विधायक रह चुके हैं और उसके बाद पांच बार सांसद रहे हैं। 1991, 1996, 1998, 1999 और 2014 में रांची लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने के मौके पर चिर प्रतिद्वंदी सुबोधकांत सहाय भी मौजूद थे।
भाजपा ने काटा टिकट तो निर्दलीय चुनाव लड़े
पिछली बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने चौधरी का टिकट काट दिया था। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। हालांकि, कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए और उनकी जमानत जब्त हो गई थी।
इस चुनाव में चौधरी कांग्रेस का साथ देंगे और सूत्रों के अनुसार उन्होंने कोई डिमांड भी नहीं रखी है। इसके पूर्व पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने चौधरी का टिकट काटकर संजय सेठ को उम्मीदवार बनाया था, जो फिलहाल सांसद हैं और इस बार भी उन्हें ही टिकट मिला है।
चौधरी अपने आप में एक संस्थान हैं: गुलाम अहमद मीर
चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने के मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि आज के समय में भी रामटहल चौधरी की बातों का एक महत्व है और जनता उनकी बातों को समझती है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में जगह-जगह नफरत के बाजार में जो मोहब्बत की दुकान खोलने की बात रखी गई थी।
उसी का असर है कि चौधरी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। चौधरी अपने आप में एक संस्थान है और जब तक वे इस धरती पर रहेंगे उनकी हिफाजत करना हम लोगों का काम है।
रामटहल चौधरी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा की मौजूदगी में पार्टी में शामिल कराया गया। मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और सुबोधकांत सहाय भी मौजूद थे।
रामटहल चौधरी के पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस मजबूत होगी। हम समझते हैं कि चौधरी अब लगातार पार्टी को अपना कीमती वक्त देंगे और पार्टी भी उनके सम्मान की रक्षा करेगी- राजेश ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष।
तानाशाही के कारण छोड़ी थी भाजपा : चौधरी
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण के बाद रांची के पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि 2019 के चुनाव के दो महीने पहले मुझसे कहा गया कि आप लिख कर दीजिए कि आप चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, तो मैंने कहा कि यह तो सरासर तानाशाही है। उसके बाद मैंने भाजपा से त्यागपत्र देकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा।
राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा जिसमें वह पांच दिनों तक झारखंड में रहे उससे एक विश्वास जगा। उनकी यह बात कि पूरे देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए ताकि पता चले कि किसकी कितनी भागीदारी है और इससे प्रभावित होकर मैंने कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ने का निर्णय लिया।