भोपाल : भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष उपयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान द्वारा शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के लिए एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में विभाग के चारों वर्टिकल — पीडब्ल्यूडी (बी/आर), एमपीआरडीसी, एमपीबीडीसी तथा पीडब्ल्यूडी (भवन) — से कार्यपालन यंत्री, अधीक्षण यंत्री, मुख्य अभियंता और प्रमुख अभियंता स्तर के अधिकारी शामिल हुए।

लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा भास्कराचार्य संस्थान के सहयोग से आई.टी. आधारित कई मॉड्यूल तैयार किए जा रहे हैं इनमें सड़क निर्माण के साथ-साथ तालाब निर्माण के लिए उपयुक्त स्थानों का तकनीकी विश्लेषण कर सूची प्राप्त करने की व्यवस्था शामिल है।

प्रशिक्षण में बताया गया कि हाल ही में वृक्षारोपण की मॉनिटरिंग भी सैटेलाइट के माध्यम से की जाएगी, जिससे पर्यावरणीय कार्यक्रमों की पारदर्शिता और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त, सड़क निर्माण की परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए भी बीआईएसएजी-एन द्वारा एक विशेष तकनीकी मॉड्यूल विकसित किया गया है।

अधिकारियों को यह भी बताया गया कि विभाग की सभी संपत्तियों (असेट्स) को पीएम गतिशक्ति पोर्टल पर किस प्रकार प्रभावी रूप से मैप किया जा सकता है। संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी कि भविष्य में परिक्षेत्रीय स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन कर सभी अधिकारियों को इन तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे विभागीय कार्यों में तकनीकी नवाचारों का समुचित उपयोग सुनिश्चित हो सके।