तेतुलमारी जनरल अस्पताल हुआ डॉक्टर विहीन, OPD में लटका ताला....
हाईकोर्ट के आदेश को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अवहेलना कर रहे हैं। तेतुलमारी जनरल अस्पताल में हाईकोर्ट ने चिकित्सकीय सुविधाएं बहाल करने को कहा, लेकिन उसके विपरीत स्वास्थ्य विभाग ने यहां पर काम कर रहे एकमात्र चिकित्सक संतोष कुमार रजक को दूसरे जिले में तबादला कर दिया। अस्पताल के एकमात्र चिकित्सक संतोष कुमार रजक अस्पताल में सेवा दे रहे थे। अब डॉक्टर संतोष कुमार के स्थानांतरण के बाद अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद हो गई है। लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी से अस्पताल खोलने की मांग की है।
कर्मचारियों का भी हुआ था तबादला
इससे पहले अस्पताल के कर्मचारियों को भी दूसरी जगह प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। 2014-15 में सरकार के विशेष निर्देश के बाद अस्पताल को खोलने की तैयारी की गई। तीन कर्मचारियों की यहां पर पदस्थापना की गई, लेकिन इन कर्मचारियों को कुछ दिनों के बाद सिविल सर्जन कार्यालय और दूसरे जगह पर प्रतिनियुक्ति कर दी गई। इसी बीच गांव के नरेश महतो समेत अन्य प्रतिनिधियों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वर्ष 2022 में हाईकोर्ट ने अस्पताल को पूर्णत चालू करने का निर्देश दिया, लेकिन आदेश के बावजूद अस्पताल बंद हो गया।
5 बार हुआ अस्पताल का उद्घाटन
अस्पताल में जान फूंकने के लिए अब तक पांच बार उद्घाटन किया जा चुका है। हालांकि, इसके बावजूद अस्पताल में चिकित्सकीय सुविधा अब तक बहाल नहीं हो पाई है। अस्पताल का नवीनीकरण कराकर पहली बार 18 नवंबर 2006 में उद्घाटन किया गया। उसके बाद फिर तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुर्मू ने 2011 में इसका उद्घाटन किया। दो साल बाद एक बार फिर अस्पताल की मरम्मत करवाने के बाद 2013 में नए भवन और क्वार्टर बनाए गए। इसका भी उद्घाटन किया गया। वर्ष 2019 में भवन प्रमंडल विभाग की ओर से एक करोड़ रुपये की लागत से भवन की मरम्मत कराई गई, लेकिन पैसे पानी में बह गए।