आज है अधिक मास का अंतिम सोमवार....
मलेमास की अंतिम सोमवारी को लेकर प्रशासन पूरी तरह से चौकस है। सुलझ व शांतिपूर्ण जलार्पण के लिए प्रशासन द्वारा सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। सोमवार को एक बार फिर से कावड़ियाे की भीड़ बढ़ने की उम्मीद है।
सोमवार को 80 हजार कावड़ियाें के बाबाधाम पहुंचने की उम्मीद
मलेमास व बंगला सावन के अंतिम सोमवारी को लेकर करीब 80 हजार कावड़ियाें के बाबाधाम पहुंचने की उम्मीद है। उपायुक्त विशाल सागर, आरक्षी अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडुंग ने पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। रविवार रात से ही मेला क्षेत्र में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। भीड़ नियंत्रण पर फोकस किया जा रहा है। कतार को तेजी से बढ़ाने व मंदिर में जल्दी से जल्दी ज्यादा से ज्यादा लोगों को जलार्पण कराने को कहा गया है।
रविवार के मुकाबले सोमवार को दोगुनी हो जाएगी भक्तों की संख्या
रूटलाइन में तैनात पुलिस कर्मियों को मुस्तैद रहने को कहा गया है। इसके साथ सभी क्यूआरटी को भी एक्टिव मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है। जानकारी हो कि रविवार को अन्य दिनों की तुलना में कावंरियों की संख्या में थोड़ी बढ़ोतरी नजर आई। करीब 40 हजार लोगों ने भोले बाबा का जलार्पण किया। हालांकि, सोमवार को ये संख्या दोगुनी हो जाने की उम्मीद है। कावड़ियां पथ में भी रविवार देर शाम से कांवरियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बोल बम का नारा तेज हो गया है। कांवरियों की संख्या बढ़ने के साथ ही यहां के पुरोहित वर्ग, दुकानदारों व कारोबारियों के चेहरे पर एक बार फिर से उम्मीद की मुस्कान छा गई है। जानकारी हो कि मलमास के मौके पर सोमवारी को छोड़कर बाजार में मायूसी छाई रही। कहने को इस बार श्रावणी दो माह का था, लेकिन मलेमास में कांवरियों की संख्या काफी कम रही। हालांकि, 17 अगस्त के बाद पूर्णिमा तक फिर से एक बार फिर से कांवरियों की भीड़ बढ़ने की उम्मीद है। उम्मीद है कि इस दौरान हर दिन काफी संख्या में कावड़ियां बाबा भोले का दर्शन करने बाबाधाम पहुंचेंगे। कांवरियों के आने से मेला क्षेत्र में भी रौनक बढ़ेगी। प्रशासन ने इसको लेकर भी तैयारी पूरी कर ली है।
दुमका के बासुकीनाथ में भी जुटी भक्तों की भीड़
इधर दुमका के बासुकीनाथ मंदिर में रविवार को त्रियोदशी तिथि पर खुशनुमा मौसम के बीच भोलेनाथ के करीब 76 हजार भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया। सुबह कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, क्यू काॅॅमप्लेक्स से लेकर शिवगंगा के पूर्वी तट के समीप तक लगी रही। घंटों कतार में रहने के बावजूद भी कावड़ियां जब गर्भगृह पहुंचे तो भोलेनाथ के शिवलिंग का स्पर्श पूजन व जलाभिषेक से सारी थकान मिट गई। भोलेनाथ के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कड़ी सुरक्षा व निगरानी के बीच भक्तों ने अनुशासित होकर दर्शन किया। जलार्पण काउंटर के माध्यम से पांच हजार से अधिक भक्तों ने जलार्पण किया।