ड्रग्स का कारोबार करने वाले दो आरोपित गिरफ्तार....
सुखदेव नगर थाना की पुलिस ने बुधवार को ड्रग्स का कारोबार करने वाले दो आरोपित मदन कुमार और सिंटु जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनके अलावा एक अन्य आरोपित सरताज साह को अवैध पिस्टल रखने के आरोप में जेल भेजा गया है। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपितों ने कई अहम खुलासे किए हैं।
रांची में तीस लाख किलो के हिसाब से बेचते थे ड्रग्स
मदन और सिंटु ने पुलिस को बताया कि दोनों फ्लाइट से पहले दिल्ली जाते थे। वहां से कार से मनाली पहुंचते थे। मनाली में एक व्यक्ति उन्हें ड्रग्स देता था। उन्हें ड्रग्स दस लाख रुपये किलो मिलता था। रांची में दोनों आरोपित ड्रग्स को तीस लाख रुपये किलो के हिसाब से बेचते थे। दोनों आरोपित ड्रग्स लेकर मनाली से दिल्ली आते थे। इसके बाद राजधानी ट्रेन में सवार होकर रांची पहुंचते थे। रांची स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ को चकमा देकर निकल जाते थे और सुखदेव नगर इलाके में आकर ड्रग्स का कारोबार करते थे। दोनों आरोपित सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। ड्रग्स बेचने के बाद आरोपितों को मोटी रकम मिलती थी। पैसा आने के बाद आरोपित छुट्टी मनाने बैंकाक चले जाते थे। वहां से लौटने के बाद फिर से ड्रग्स के कारोबार से जुड जाते थे।
मनाली जाएगी रांची पुलिस
पुलिस का कहना है कि मनाली में जिस व्यक्ति के द्वारा दोनों आरोपितों को ड्रग्स दिया जाता था उसका नाम पता मिल गया है। रांची पुलिस की एक टीम जल्द ही मनाली जाएगी। पुलिस का कहना है कि मनाली से आरोपित की गिरफ्तारी होने के बाद बडे रैकेट का खुलासा हो सकता है। पुलिस दोनों आरोपित मदन और सिंटु को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। पुलिस का कहना है कि पूछताछ से इस मामले में और अहम जानकारी मिल सकती है।
जून माह में जेल से जमानत पर निकले थे दोनों आरोपित
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपितों ने पूर्व पार्षद पर फायरिंग करने के मामले में कोर्ट में सरेंडर किया था। जून माह में जेल से जमानत पर बाहर निकले थे। जेल से निकलने के बाद दोनों ड्रग्स के कारोबार में फिर से जुड गए थे। दोनों आरोपितों ने अपने कई साथियों का नाम पुलिस को बताया है कि शहर में रहकर सप्लाई का काम करते हैं। पुलिस सभी का सत्यापन कर रही है।
सुखदेवनगर में पूर्व पार्षद पर की थी फायरिंग
पुलिस का कहना है कि मदन और सिंटु ने कुछ माह पहले सुखदेव नगर इलाके में पूर्व पार्षद ओम प्रकार पर फायरिंग की थी। इस मामले में दो गुटों में लड़ाई होने के बाद दोनों आरोपित एक गुट की ओर से मौके पर पहुंचे और फायरिंग के बाद फरार हो गए थे। पुलिस ने एक पिस्टल और गोली भी आरोपितों के पास से बरामद की है। एक पिस्टल सरताज साह के पास से बरामद हुई है। इसी पिस्टल से ओम प्रकाश पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। दोनों आरोपितों ने फायरिंग करने के बाद पिस्टल को छुपाने के लिए सरताज को दिया था।